बिहार वासियों को बहुत जल्द एक और एयरपोर्ट की सौगात मिल सकती है। दरभंगा के बाद राज्य का चौथा एयरपोर्ट शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। उम्मीद है कि बहुत जल्द रक्सौल का एयरपोर्ट फंक्शनल हो जाएगा। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन के द्वारा रक्सौल हवाई अड्डा को शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
एयरपोर्ट शुरू करने के लिए जिले के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बिहार सरकार को इस बाबत रिपोर्ट भी भेजा है। डीएम की रिपोर्ट के बाद हवाई अड्डा को प्राथमिकता के आधार पर जल्द ही सरकार शुरू कर सकती है। बता दें कि वर्ष 1962 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने रक्सौल एयरपोर्ट की स्थापना की थी। भारत-नेपाल सीमा पर एयरपोर्ट कुल 213 एकड़ एरिया में फैला था। उस वक्त वायु सेना और आर्मी की आपातकालीन लैंडिंग के लिए एयरपोर्ट का इस्तेमाल किया जा रहा था।
इंडिया-नेपाल बॉर्डर पर स्थिति रक्सौल एयरपोर्ट की अलग पहचान है। प्रधानमंत्री के मंतव्य पर सुरक्षा के लिहाज से इसका निर्माण किया गया था। पूरी तरह से बन जाने के बाद दमदम एयरपोर्ट के बाद रक्सौल एयरपोर्ट देश का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट था। यहां वर्ष 1968 में हवाई सेवा शुरू हुई थी परंतु 1970 में सेवा बंद हो गई थी। अब एक बार फिर से हवाई सेवा बहाल करने के लिए तैयारी तेज हो गई है।
बता दें कि लंबे वक्त से रक्सौल एयरपोर्ट शुरू करने की मांग हो रही है। जिला प्रशासन के द्वारा एविएशन मंत्रालय तक गुहार लगाया जाता है। उसके बाद सरकार के द्वारा जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगा गया था। अब डीएम शीर्षत कपिल ने इस संबंध में सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है। कई अधिकारियों को जिले के डीएम के द्वारा खत भी लिखा गया है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि डीएम से रिपोर्ट के बाद प्राथमिकता के आधार पर एयरपोर्ट को शुरू करने के लिए सरकार आगे कदम उठा सकती है।