देश में सबसे ज्यादा बिहार के ग्रामीण परिवारों में ही नल-जल की सुविधा बहाल है। राज्य के एक करोड़ 57 लाख ग्रामीण घरों में नल से जल की आपूर्ति की जा रही है। एक करोड़ तीन लाख परिवारों को नल से जल की आपूर्ति के साथ दूसरे पायदान पर महाराष्ट्र है। केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन-हर घर जल द्वारा जारी तीन अप्रैल के डाटा में इस बात की पुष्टि की गई है।
बता दें कि आबादी के दृष्टिकोण से देश में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद तीसरे नंबर पर बिहार का नाम आता है। पर, नल के जरिए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की सुविधा प्राप्त घरों के मामले में बिहार अव्वल है। गौरतलब हो कि बिहार के पंचायती राज और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की ओर से सूबे के ग्रामीण इलाकों में एक करोड़ 65 लाख घरों में नल-जल का कनेक्शन दिया जा चुका है। लेकिन कई लाभुकों ने अपना आधार का नंबर नहीं दिया है, जिस वजह से भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ें में बिहार के 8 लाख कम लाभुक दिख रहे हैं।
लाभुकों के आंकड़े केंद्र के पोर्टल पर आधार नंबर के साथ ही अपलोड होते हैं। देश में सबसे ज्यादा बिहार में ग्रामीणों को नल-जल की सुविधा प्राप्त होने का वजह यह है कि बिहार में साल 2016 में इस योजना की शुरुआत हुई थी। भारत सरकार ने इसी तर्ज पर साल 2019 में इसे देशभर में लागू करने का ऐलान किया और फिर काम शुरू किया।