यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाकर अधिकारी बनने वाले अभ्यर्थियों की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा होती है। ऐसी ही एक कहानी आईपीएस अफसर सिमाला प्रसाद की जिनकी खूबसूरती और दबंग छवि के लिए कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के तौर पर जानी जाती है। अपराधियों के लिए खौफ का दूसरा नाम बन चुके आईपीएस सिमाला की शख्सियत दबंग पुलिस अधिकारी के तौर पर रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी अपराधियों के हौसले पस्त कर देने वाली इस महिला अधिकारी की कहानी हम सभी को पढ़नी चाहिए।
सिमाला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से आती है। शुरुआती पढ़ाई सेंट जोसेफ कोएड स्कूल फिर स्टूडेंट फॉर एक्सीलेंस से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की। भोपाल के ही बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से सोशियोलॉजी में मास्टर डिग्री हासिल की इस दौरान वह गोल्ड मेडलिस्ट रही। आईपीएस अधिकारी बनने से पहले सिमाला पीसीएस की परीक्षा पास की थी जिसके बाद उन्हें डीएसपी का पद मिला था। डीएसपी रहते हुए ही यूपीएससी की तैयारी जारी रखी और साल यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी मिली। मध्य प्रदेश कैडर आवंटित हुआ और आईपीएस अधिकारी बनी।
डीएसपी के पद पर रहते हुए सेल्फ स्टडी के बदौलत यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाने वाली सिमाला अन्य अभ्यर्थियों को सलाह देती है कि सबसे पहले एग्जाम पैटर्न और सिलेबस को एनालिसिस करें फिर सेल्फ स्टडी पर ज्यादा फोकस करें। सिमाला फिल्मों में भी काम कर चुकी है। मदरसे से स्कूल तक आधारित पर साल 2017 में रिलीज हुई फिल्म में सिमाला ने शम्मी का किरदार निभाया था।