इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) गगनयान मिशन को लेकर एक बड़ी सफलता मिली है। लंबे अवधि से क्रायोजेनिक इंजन का ट्रायल चल रहा था और अब साइंटिस्टों की टीम ने क्रायोजेनिक इंजन का सफल तरीके से गुणवत्ता परीक्षण किया है। अब इस मिशन की तेजी को पंख मिलेंगे। हालांकि, अभी इसके लिए और भी परीक्षण करने की योजना है। वहीं के सिवन का कार्यकाल खत्म होने के बाद इसरो को नया चीफ मिल गया है। भारत सरकार ने वरिष्ठ रॉकेट वैज्ञानिक एस सोमनाथ को इस पद पर नियुक्त किया है।
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन ने तामिलनाडु के महेंद्रगिरी में इसरो प्रणोदन कैंपस (प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स) में गगनयान प्रोग्राम के वास्ते 720 सेकंड की अवधि के लिए क्रायोजेनिक इंजन का सफल तरीके से गुणवत्ता परीक्षण किया है। बेंगलुरु के एजेंसी ने कहा कि बुधवार के दिन हुआ इंजन का प्रदर्शन परीक्षण के उद्देश्यों के अनुसार रहा।
Today, ISRO successfully conducted the qualification test of Cryogenic Engine for the Gaganyaan programme for a duration of 720 seconds at ISRO Propulsion Complex (IPRC), Mahendragiri, Tamil Nadu. Details: https://t.co/6hGrC6keBA pic.twitter.com/qB20tPsu3r
— ISRO (@isro) January 12, 2022
इसरो ने बयान जारी कर कहा है कि लंबे समय का यह सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम – गगनयान के लिए एक बड़ा कीर्तिमान है। यह गगनयान के लिए क्रायोजेनिक इंजन की विश्वसनीयता और मजबूती तय करता है। बयान के मुताबिक यह इंजन चार और परीक्षणों से गुजरेगा जो 1810 सेकंड के होंगे। इसरो ने जानकारी दी कि इसके बाद एक और इंजन के दो छोटी अवधि के परीक्षण होंगे और गगनयान प्रोग्राम के लिए क्रायोजेनिक इंजन गुणवत्ता पर खरा उतरने के लिए एक लंबी अवधि का परीक्षण करने की तैयारी है।
इसरो प्रमुख और वरिष्ठ वैज्ञानिक के सिवन ने महीने के शुरू में ही बताया था कि देश की महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना का, डिजाइन वाला चरण पूरा हो गया है तथा यह परीक्षण के चरण में दाखिल कर गया है। उन्होंने विश्वास जताया है कि इसरो की टीम तेजी से आगे की ओर ग्रोथ कर रही है। आगामी स्वाधीनता दिवस के अवसर पर इसे पूरा होना तय माना जा रहा है।