बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक बार फिर सुर्खियों में है। नेशनल लेवल की प्रतिष्ठित मैगजीन इंडिया टुडे ने तेजस्वी यादव को अपने पेज कवर में जगह दी है। कवर पेज में तेजस्वी के साथ क्रिकेटर स्मृति मंधाना, उद्यमी करण अडानी, फिल्म ऐक्ट्रेस तापसी पन्नू और रॉकेट निर्माता पवन चंदाना की फोटो है। मैगजीन के कवर पर तेजस्वी की फोटो छपने से राजद कार्यकर्ता खुशी से गदगद है। सोशल मीडिया पर पार्टी ने कवर पेज को पोस्ट किया है। वहीं सत्ताधारी पार्टी जदयू ने पलटवार करते हुए निशाना साधा है।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा है कि विभिन्न विधाओं से वैसे 100 युवाओं की लिस्ट बनाई गई है, जिनकी उम्र 35 साल से कम हैं। उसमें तेजस्वी का नाम क्रिकेट से आता तो बात समझ में भी आती कि तेजस्वी प्रतिभावान है। शिक्षा में भी आता तो जनता कहती कि तेजस्वी मेधावी हैं। किंतु एक विशेष राजनीतिक दल में जन्म लेने के बाद अनुभव और वरीयता को साइड कर तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष बने हैं। यह योग्यता नहीं अनुकंपा है। उन्होंने कहा कि राजद को इसे क्लियर करना चाहिए कि हिंदी संस्करण में फोटो छपी और इंग्लिश में गायब क्यों हो गई?
अपनी मैगजीन में जगह देने पर इंडिया टुडे ने लिखा है कि पिता लालू प्रसाद यादव जब जेल में थे तब उनके पुत्र तेजस्वी यादव ने उनकी गैरमौजूदगी में 2020 विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का बागडोर संभालते हुए ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां की थी। विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी राजद को तेजस्वी यादव ने बिहार में सबसे ज्यादा सीटें दिलाई थी। मैगजीन में यह बात भी लिखा गया है कि पार्टी से कतराने वाले लोगों तक पहुंच बनाने के लिए तेजस्वी यादव ने पार्टी के पोस्टरों से माता-पिता यहां तक कि अपने भाई-बहन को भी हटा दिया। MY समीकरण की पार्टी कही जाने वाली राजद को हर वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी के रूप में पहचान दिलाई। मैगजीन में तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप यादव का भी जिक्र किया गया है।