अररिया जिले में विशेष रूप से जोकीहाट में काफी सड़कें बनी हुई है, परंतु कुछ ऐसे गांव है जिला मुख्यालय से दूरी तीन किलोमीटर होने के बावजूद आवाजाही का कोई साधन नहीं है। वजह गांव के बीच में एक धार है, जहां केवल बारिश के दिनों ही पानी बहता है, बाकी दिन आस पास पानी एकत्रित रहता है। हालांकि पुल बनाने को लेकर आधारशिला के साथ काम हुआ, लेकिन पुल अर्द्ध निर्मित तथा दोनो साइड अप्रोच पथ नहीं बनने के वजह से कोई काम का नहीं है। जर्जरता तथा अधूरा रह जाने के वजह से आवाजाही भी शुरू नहीं हो सका। पुल जीर्णोद्धार हेतु आज आंसू बहा रहा है मगर अधूरे पुल निर्माण को लेकर राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री का कोई सरोकार नहीं है।
जानकारी के मुताबिक प्रखंड अंतर्गत भगवानपुर पंचायत के तुर्कैली गांव के नजदीक मरिया धार में पूल बनाने और गेरकी मसूरिया पंचायत के धोबगट्टा में पूल निर्माण को लेकर राज्य सरकार के आपदा मंत्री शाहनवाज आलम और जोकीहाट प्रखंड के प्रमुख प्रतिनिधि गुलाम रब्बानी के प्रयास से दोनो घाट पर पुल बनाने का सपना साकार होगा। ये बातें प्रखंड प्रमुख के प्रतिनिधि गुलाम रब्बानी ने कहीं। उन्होंने कहा सालों से तुर्केली मरिया धार में पूल नहीं बनने से दर्जनों गांव वासियों को जिला मुख्यालय जाने के लिए लगभग 15 किमी दूरी तय करना पड़ता है और पूल निर्माण से लोगों को अररिया पहुंचने में खुब सुविधा होगी।
उन्होंने कहा कि पुल निर्माण की कवायद जल्द शुरू होने से आम लोगों को सुविधा होगी। बैठक के दौरान पुल निर्माण के बारे में चर्चा हुई और इसे मंजूरी भी मिल गई है। जल्द ही दोनों घाटों पर पुल निर्माण का कार्य शुरू होगा। विशेष तौर पर बरसात के दिनों में पानी से बना धार पार करने में हर साल लोगों को जान तक गंवानी पड़ रही है। पंचायत के मुखिया अफसर आलम ने कहा है कि दोनों घाटों पर पुल निर्माण की खबर से दर्जनों गांव के लोगों में बेहद ही खुशी का माहौल है।