अब बिहार वासी सरकारी एजेंसी से कम कीमत में पुरानी चार पहिया और दोपहिया गाड़ी खरीद सकते हैं। प्रदेश में दारु के साथ पकड़ी गाड़ियों की ई-नीलामी की जाएगी। यानी किसी भी जिले के लोग दूसरे जिले में भी गाड़ी की नीलामी में शामिल आसानी से हो सकेंगे। दूसरे राज्य के भी लोग नीलामी प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजधानी पटना में इसकी शुरुआत हुई थी लेकिन बाद में इसे प्रदेश के सभी 38 जिलों में लागू करने का फैसला लिया गया है। बता दें कि अब तक ई-नीलामी के लिए 3500 से ज्यादा गाड़ियों का ऑनलाइन निबंधन भी हो चुका है।
बी कार्तिकेय धनजी ने जानकारी दी कि नीलामी हेतु केंद्र सरकार के उपक्रप मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन लिमिटेड से मदद ली जा रही है। कोई भी आदमी इस प्रक्रिया से ई-नीलामी में आसानी से हिस्सा ले सकता है। उन्होंने बताया कि पटना जिले में गाड़ियों की ई-नीलामी की प्रक्रिया का ट्रायल सफल हुआ। इसके पश्चात विभाग ने प्रमंडल मुख्यालय और सभी जिलों में गाड़ियों के ई-नीलामी करने का आदेश दिया है।
बता दें कि जब्त गाड़ियों की ई-नीलामी का ट्रायल सफल रहा। पटना सदर अनुमंडल दफ्तर में की नीलामी किया गया है, जिसमें निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा विभाग को राजस्व की प्राप्ति हुई। इस प्रक्रिया के तहत 350 वाहनों को नीलामी की सूचना वेबसाइट पर अपलोड की गई। अनुमान रखा गया था की गाड़ियों की बिक्री से 32 लाख राजस्व की वसूली होगी, किंतु विभाग को 76 लाख रुपए राजस्व के रूप में प्राप्त हुए।