गया जंक्शन की सूरत बदलेगी जिसकी कवायद शुरू हो चुकी है। पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले गया जंक्शन पर विश्वस्तरीय सुविधाएं बहाल की जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल इस योजना पर साल के शुरुआत यानी जनवरी से ही युद्ध स्तर पर काम शुरू हो जाएगा। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने मुआयना भी किया है। मुआयना के बाद उन्होंने बताया कि गया जंक्शन को विश्वस्तरीय स्टेशन भवन बनाया जाएगा।
गया देश के प्रमुख धार्मिक पर्यटक स्थलों में शुमार है। पूरे देश से हिंदू धर्म के लोग मोक्ष के लिए यहां आते हैं। महात्मा बुद्ध की ज्ञान भूमि गया में सालों भर देश से लेकर विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में गया रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की जरूरत काफी लंबे समय से हो रही थी। धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से गया के महत्व को देखते हुए गया जंक्शन के पुनर्विकास की रणनीति बनाई है। जिसका काम शुरू भी हो चुका है।
गया जंक्शन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए पश्चिम साइड डेल्हा में बनने वाले सेकंड एंट्री गेट का निर्माण होगा। डेल्हा साइड में टिकट काउंटर, बुकिग कार्यालय, पार्किंग तथा कार्यालय आदि बनाए जाएंगे। जी-7 के तर्ज पर गया जंक्शन को विकसित किया जाएगा। लगभग कार्यालय को यात्री सुविधाओं को भवन के पहले मंजिलें पर निर्माण करने की योजना पर काम हो रहा है। प्लेटफार्मों पर यात्री शेड का पूरा स्वरूप बदलने की तैयारी है।
बता दें कि पूर्व मध्य रेलवे जोन के वीडियो रेल मंडल के अंतर्गत आने वाला गया जंक्शन पर रेलवे ने एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तकरीबन दो हजार करोड़ रुपए की राशि खर्च करने पर विचार कर रहा है। 2024 तक योजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।