क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं। केवल 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले सचिन तेंदुलकर ने 24 साल तक क्रिकेट की दुनिया पर राज किया। बता दें कि तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई के मराठी ब्राह्मण फैमिली में हुआ था। इनके पिताजी रमेश तेंदुलकर एक मराठी उपन्यासकार थे और मां रजनी तेंदुलकर है।
बता दें कि सचिन चार भाई-बहन है। तेंदुलकर के बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने इन्हे क्रिकेट खेलने के लिए मनोबल बढ़ाया था। इन्होने दादर के शारदा आश्रम विद्या मंदिर से अपनी शुरुआती पढ़ाई की।क्रिकेट कोच रमाकांत अचरेकर के मार्गदर्शन में सुबह शाम घंटों क्रिकेट की प्रेक्टिस किया करते थे। गेंदबाजी कोच डेनिस लिली ने इनकी बल्लेबाजी कौशल को देख इन्हें बल्लेबाजी पर फोकस करने को कहा। तभी से इन्होंने बल्लेबाजी पर ध्यान देना शुरू कर दिया और दुनिया के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में अपना नाम दर्ज कराया।
तेंदुलकर साल 1990 में अंजलि मेहता से मिले फिर 24 मई 1995 को शादी रचाई। बेटी सारा का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को हुआ और 24 सितंबर 1999 को बेटे अर्जुन तेंदुलकर का जन्म हुआ।
सचिन ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 15 साल की उम्र में 11 दिसंबर 1988 को मुंबई टीम की ओर से गुजरात के खिलाफ अपने डोमेस्टिक क्रिकेट मुकाबले इसकी और नाबाद 100 रन बनाए। इन्होंने 17 साल की आयु में कराची में 15 नवंबर 1989 को पहला टेस्ट मुकाबला खेला। इसी साल जिन्ना स्टेडियम में पाकिस्तान के विरुद्ध अपना पहला वनडे मैच खेला।
तेंदुलकर ने 23 दिसंबर 2012 को वनडे क्रिकेट से अलविदा कहने का ऐलान किया। 14 नवंबर 2013 को अपने अंतिम टेस्ट मुकाबले में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी। दो दिन बाद ही भारत सरकार ने तेंदुलकर को भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान किया।